विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के बीच वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली दो तिमाहियों में पाकिस्तान की बाहरी ऋण अदायगी में 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।