गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन को अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि अगर घरों और छोटी दुकानों को ध्वस्त किया गया तो जम्मू कश्मीर में हड़ताल और पथराव की संस्कृति लौटने की आशंका है।